महोबा। बूंदाबांदी और हल्की वारिश ने किसानों के चेहरों पर मुस्कान ला दी है। हल्की बारिश से यहां ओले पड़ने की संभावना कम हो गई। वहीं फसल में लग रहा पाला समाप्त होने की उम्मीद है। अन्नदातओं का कहना है बारिश से गेहूं और दूसरी फसलों को खासा लाभ होगा।
सर्दी के कारण पाला पड़ने से फसलें प्रभावित हो रही थीं। हल्की बारिश से किसानों के चेहरे खिल गए हैं। रबी के दौरान बोई गई फसलों को मुफ्त में पानी मिल गया है। साथ ही उन्होंने खेतों में फसल पर यूरिया का छिड़काव करना भी शुरू कर दिया है। ज्यादा सर्दी के कारण पड़ रहे पाला का प्रकोप बारिश होने से वह खत्म होने लगा है। अब किसान मौसम खुलने की प्रार्थना कर रहे हैं। जिससे फसलों में तेजी से वृद्धि हो सके। गेहूं, लाही, चना, मटर समेत रबी की विभिन्न फसलों को हल्की बूंदाबांदी और बारिश से काफी लाभ होने की संभावना है।
कृषि विज्ञान केंद्र जैतपुर के वैज्ञानिक एसपी सोनकर का कहना है कि हल्की बारिश रबी की फसलों के लिए अमृत के समान है। अब धूप और निकल आए तो सोने में सुहागा हो जाएगा। यदि तेज बारिश होती तो फूल नष्ट होने का खतरा था, जो अब टल गया है। उन्होंने किसानों से जल भराव वाले क्षेत्रों में यूरिया के छिड़काव की सलाह दी है। जिन किसानों के पास सिंचाई का साधन नहीं है वह भी यूरिया का छिड़काव कर सकते हैं।
किसान नारायण सिंह यादव बताते हैं कि फसल में पाला का प्रकोप काफी ज्यादा था। लाही में भी माहू लगी हुई थी। बारिश के पानी से पाला समाप्त हो गया और माहू भी धुल गई। जिससे उत्पादन में काफी लाभ होगा। विजयपुर के किसान ईश्वर दास राजपूत का कहना है कि पानी बरसने से फसले अच्छी हो जाएंगी और पानी लगाने का खर्चा भी बच जाएगा। यह समय यूरिया देने का है। फसल को इस पानी से अच्छा लाभ होगा।